पढ़ाई के लिए छोड़ दी ईद-दीवाली
शोएब ने बताया कि लॉकडाउन और उससे पहले कई बार मेरे घरवालों और पापा का फोन आता था। तुम घर आ जाओ लेकिन मैं उनको हर बार मना कर देता था। यहां तक मैं ना दो ईद पर घर गया और ना ही मैंने दीवाली मनाई। सोच लिया था कि जब तक सफल ना हो जाऊं सब छोड़ दूंगा। जब कभी कोचिंग से छुट्टियां मिलती तो मे कोटा में रहकर पढ़ाई करता था। जब सब घर गए तो मैं यहीं रूका रहा, इससे मेरी तैयारी और अच्छी हो गई।