राजस्थान में RTI कार्यकर्ता संग तालिबानी सलूक, हथौड़े से हाथ-पैर तोड़े, पैर में कीलें ठोंकी, यूरिन भी पिलाया

Published : Dec 23, 2021, 12:03 PM IST

बाड़मेर। राजस्थान (Rajasthan) के बाड़मेर (Barmer) जिले में तालिबान जैसी बर्बरता सामने आई है। यहां गिड़ा थाना क्षेत्र इलाके में बुधवार रात एक आरटीआई कार्यकर्ता (RTI Activist) का बदमाशों ने अपहरण कर लिया। उसके बाद हाथ-पैर तोड़ दिए और हथौड़े से उसके पैरों में कीलें ठोंक दी और सरियों को पैर के आर-पार घुसा दिया। पीड़ित ने ग्राम पंचायत में भ्रष्टाचार और अवैध शराब बिक्री की शिकायत की थी। इसी बात से हमलावर नाराज थे। पिटाई के बाद बदमाश सड़क किनारे अधमरी हालत में फेंककर फरार हो गए। फिलहाल, आरटीआई कार्यकर्ता को जोधपुर के अस्पताल में भर्ती करवाया गया है, जहां डॉक्टर्स ने हालत गंभीर बताई है। आइए जानते हैं क्या है पूरा मामला...

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राजस्थान में RTI कार्यकर्ता संग तालिबानी सलूक, हथौड़े से हाथ-पैर तोड़े, पैर में कीलें ठोंकी, यूरिन भी पिलाया

जोसोड़ो की बेरी के रहने वाले आरटीआई कार्यकर्ता अमरा राम गोदारा (30 साल) का जोधपुर के अस्पताल में इलाज चल रहा है। एक स्थानीय अखबार की रिपोर्ट के मुताबिक, बदमाशों ने अमराराम को पेशाब (Urin) भी पिलाया। 

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जानकारी के मुताबिक, भ्रष्टाचार और अवैध शराब बेचने की शिकायत के बाद अमरा राम जोधपुर से गांव लौट रहा था। जैसे ही वह स्टैंड पर उतरा, वहां से पहले से इंतजार कर रहे बदमाशों ने कार में बैठा लिया और अपहरण कर ले गए।

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इसके बाद किसी सुनसान जगह ले जाकर पीड़ित के साथ मारपीट की। पहले तो उनके दोनों पैरों को सरिया से हमला कर तोड़ दिया। फिर दोनों पैरों में 6 जगह सरिया और कीलें ठोंक दी। इसके बाद हाथ भी तोड़ दिए। कई घंटे यातना देने के बाद यह सोचकर सड़क पर फेंक दिया कि थोड़ी देर में मौत हो जाएगी।

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उधर, सड़क पर बेसुध हालत में पड़ा देख लोगों ने पुलिस को सूचना दी। बाद में पुलिस ने घायल को इलाज के लिए बालोतरा के अस्पताल में भर्ती कराया। यहां हालत गंभीर देखते हुए जोधपुर रेफर कर दिया गया। वहां उन्होंने पुलिस को अपनी पहचान बताई।

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अमरा राम ने बताया कि मैं जोधपुर से बस से अपने गांव पहुंचने पर पैदल जा रहा था। इसी दौरान स्कॉर्पियो में नकाबपोश बदमाश आए और मुझे उठाकर किसी सुनसान जगह पर ले गए। वहां मारपीट करने के बाद सड़क किनारे फेंक कर चले गए। उन्होंने पुलिस को बताया कि मैंने शराब माफिया के खिलाफ शिकायत की थी और ग्राम पंचायत से आईटीआई मांगी थी।

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पुलिस अधीक्षक दीपक भार्गव ने बताया कि अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक की देखरेख में आरटीआई कार्यकर्ता का इलाज करवाया जा रहा है। शरीर में काफी गंभीर चोटें आई हैं। पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ संबंधित धाराओं के तहत केस दर्ज कर लिया है। उन्हें पकड़ने के लिए चार टीमें गठित की हैं।
 

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