दरअसल, राज्य सरकार जब अपने वादे से मुकर गई तो प्रदेश के बेरोजगार छात्रों ने सरकार के खिलाफ विरोध करने का यह अनोखा तरीका अपनाया हुआ है। क्योंकि सीएम गहलोत ने 2020-21 के बजट में कम्प्यूटर शिक्षक कैडर बनाने का ऐलान किया था। इस घोषणा के बाद कम्प्यूटर डिग्री धारी छात्र खुश हो गए थे कि सरकार उनके रोजगार के लिए कदम उठा रही है। लेकिन अब वही छात्र मायूस हैं, क्योंकी सरकार अब यह भर्ती नियमित ना करके संविदा के आधार पर करने जा रही है।