बुजुर्ग की बेटी ने कहीं से मदद नहीं मिलने पर अपनी मां को फोन किया। मां ने अपने मकान मालिक से मदद मांगी। मकान मालिक ने सीएमएचओ को कॉल किया। सीएमएचओ ने अस्पताल के सुपरिटेंडेंट को बोला। लेकिन कोई मरीज को हाथ लगाने तैयार नहीं हुआ। इसके बाद मकान मालिक ने कलेक्टर को फोन किया। इस तरह करीब घंटेभर बाद लोग मरीज की मदद को आगे आए, लेकिन तब तक उसकी मौत हो चुकी थी। बेटी भी पॉजिटिव है, लिहाजा उसे कोविड सेंटर भेजा गया है। आगे देखिए कुछ रियल कोरोना वॉरियर्स की तस्वीरें, जो शायद लोगों को सोचने पर विवश कर दें..