शहीद की देह पर पत्नी ने बिलखते हुए फोड़ दीं सुहाग की चूड़ियां, मासूम बेटी बोली-मम्मी कब उठेंगे पापा

झुंझुनूं (राजस्थान). भारत के वीर सपूत  लेह-लद्दाख में ड्यूटी करके वक्त शहीद हुए जवान अजय कुमार का शनिवार शाम में पूरे राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार कर दिया गया। जवान को तिरंगे में लिपटे देख ग्रामीणों की आंखों से आंसू झलक उठे। शहीद अजय अमर रहे के गगनभेदी नारों के साथ अंतिम विदाई दी गई।

Asianet News Hindi | Published : Jun 21, 2020 10:31 AM IST

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शहीद की देह पर पत्नी ने बिलखते हुए फोड़ दीं सुहाग की चूड़ियां, मासूम बेटी बोली-मम्मी कब उठेंगे पापा

देश की रझा करते हुए अपनी जान कुर्बान करने वाले शहीद अजय कुमार झुंझुनूं के जाखंल गांव के रहने वाले थे। जैसे ही जवान की पार्थिव देह शनिवार सुबह उनके पैतृक गांव जाखल पहुंचा तो  कोहराम मच गया। हर आंख से आंसू झलक उठे।
 

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अजय के पिता रामेश्वरलाल भवन मजदूरी का काम करते हैं। जवान के जाने के बाद अब घर में मां, भाई, तीन साल की बेटी हंसवी व पत्नी पूनम हैं। पूरे परिवार का रो-रोकर बुरा हाल है। जब जवान की पार्थिव देह श्मशान जाने लगी तो वीरांगना पत्नी ने बिलखते हुए अपने सुहाग की चड़ियां पति के शरीर पर फोड़ 

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बता दें कि अजय कुमार 17 जून को सियाचीन ग्लेशियर में जाते हुए पैर फिसलने से गिर गए थे। जिसके बाद वह शहीद हो गए थे। अंतिम विदाई से पहले राजस्थान पुलिस और सेना के जवानों ने उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया। इस दौरान भारी संख्या में आसपास के लोग उमड़े थे।

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अजय कुमार भारतीय सेना में 41 तोपखाना में नायक थे। वह साल 2007 में सेना में भर्ती हुए थे। अजय चार महीने पहले परिवार के साथ होली मनाने के बाद 15 मार्च को लेह लद्दाख ड्यूटी पर गए थे।
 

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गांव के लोग और रिश्तेदार शहीद के परिवार को अजय की वीरता के किस्से सुनाकर हिम्मत बंधा रहे हैं। वहीं जवान की 3 साल की मासूम बेटी हंसवी इन सबसे बेखबर है, वह यही सोच रही थि कि पापा कब उठेंगे।

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शहीद अजय कुमार को कलेक्टर यूडी खान तथा एसपी जेसी शर्मा सहित सभी प्रशासनिक अधिकारियों ने पुष्प चक्र अर्पित कर नमन किया।

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