अजय के पिता रामेश्वरलाल भवन मजदूरी का काम करते हैं। जवान के जाने के बाद अब घर में मां, भाई, तीन साल की बेटी हंसवी व पत्नी पूनम हैं। पूरे परिवार का रो-रोकर बुरा हाल है। जब जवान की पार्थिव देह श्मशान जाने लगी तो वीरांगना पत्नी ने बिलखते हुए अपने सुहाग की चड़ियां पति के शरीर पर फोड़