गांववालों ने बताया कि मृतक पिछले 22 साल पहले रोजगार की तलाश में कुवैत गया था। जहां उसको नौकरी मिल गई और वह वहीं रहने लगा, वो एक साल पहले अपनी बेटी की शादी करने के लिए बांसवाड़ा आया था, इसके बाद से नहीं आया, लेकिन, हर महीने अपने घरवालों को पैसे भेजते रहता था। उसके परिवार में उसकी पत्नी और चार बेटियां-एक बेटा और बूढ़ी मां हैं। उसके चले जाने के बाद घर में कोई कमाने वाला नहीं बचा है।