दरअसल, मार्मिक घटना की यह तस्वीर डूंगरपुर जिले की सीमलवाड़ा कस्बे की है। यहां के रहवासी होटल व्यवसायी दिलीप कलाल (56) की कुवैत में पिछले दिनों संक्रमण से मौत हो गई थी। बता दें कि मृतक की पत्नी बेटे-बहु और अन्य परिजन डूगरपुर में ही रहते हैं। वह मृतक का अंतिम संस्कार करना चाहते थे, ऐसे में गांव के बुजुर्गों ने उनको इस तरह से क्रिया-क्रम करने का सुझाव दिया। ताकि मरने वाले को अपनी जन्मभूमि की मिट्टी मिल जाए और उसकी राख को पवित्र नदी में विसर्जित किया जा सके।