पुलिस के सामने अपना जुर्म कबूलते हुए कहा-अब्बा बहुत परेशान थे, उनको मारना मेरी मजबूरी थी, उन्हें अल्लाह ने बुलाया था, इसलिए ना चाहकर भी उन्हें जन्नत भेजा है। मैंने कोई उनकी हत्या नहीं की है। जन्नत में पहले से मां अब्बू का इतंजार कर रही हैं। मैं उनको पहले ही पहुंचा चुका हूं। अब्बू मां के नहीं होने से दुखी रहते थे। इसलिए अब दोनों साथ-साथ रहेंगे।