गलता तीर्थं के पीठाधीश्वर महंत अवधेशाचार्य महाराज ने दैनिक भास्कर को बताया कि तबाही का ऐसा नजारा यहां 40 साल पहले जुलाई 1981 में आई बाढ़ में देखने को मिला था। जिसमें काफी नुकसान हो गया था, ऐसी ही आपदा इस वर्ष 14 अगस्त को हुई मूसलाधार बारिश की वजह से देखने को मिली है। जहां जगह-जगह मिट्टी के टीले जमा हो गए, भगवान की मूर्ति तक मलबे में द गई।