हल्ला करने पर एकत्र हुए लोगों ने मां को जैसे-तैसे बचाकर बाहर निकाले। फिर टंकी में घुसकर बच्चों को बाहर निकाला, लेकिन तब तक दोनों दम तोड़ चुके थे। आसपास के लोगों ने बताया कि आमतौर पर पानी की टंकी का ढक्कन बंद रहता था। लेकिन, सुबह होने के चलते ढक्कन खुला था और किसी ने ध्यान नहीं दिया।
(घटना के बाद बंद किया गया पानी टंकी का ढक्कन)