दरअसल, आज सुबह शव जैसे ही घर पहुंचा तो पत्नी खुद पर काबू नहीं कर सकीं। छाती पीट-पीटकर होने लगीं। आलम यह था कि पत्नी की चीत्कार ऐसी थी कि आसपास खड़े लोगों और पुलिसवाले की आंखों से भी आंसू छलक पड़े। वह बार बार आरोपियों को सख्त सजा दिलाने की मांग करती रहीं। उनकी सरकार से मांग है कि ऐसे हैवानों को फांसी की सजा दो, आज उन्होंने हमें मारा है, कल दूसरों को मारेगा।'