इंदौर (Madhya Pradesh ) । एक जून को यानि आज विश्व दुग्ध दिवस है। ऐसे में आज आपको एक ऐसी सक्सेज स्टोरी बताने जा रहे हैं, जिसे पढ़ने के बाद आप भी उससे इप्रेस होंगे। जी, हां, सास की कैंसर से मौत के बाद एक बहू ने समाज को केमिकल फ्री दूध पिलाने की शपथ ली, फिर पति की मदद से 6 गांवों के सहारे डेरी फार्म शुरू किया, जो अब 200 गांवों के साथ डेयरी उद्योग का रूप ले चुकी है। जहां रोजाना 1000 लीटर दूध शहर के कई इलाकों में सप्लाई होता है। इससे 5 करोड़ का वार्षिक टर्नओवर होता है।