मुफलिसी के दौर में उनकी बहन को एक अनजान बीमारी ने घेर लिया, डॉक्टर भी हर उपाय कर चुके थे। इस दौरान दिलीप शेखर की मां एक मुस्लिम फकीर के संपर्क में आईं, फकीर की दुआ से रहमान की बहन स्वस्थ हो गईं, इसके बाद रहमान का फकीर, दरगाह और इस्लाम के प्रति आस्था बढ़ गई।