मुंबई. एक कार्टूनिस्ट। लेकिन कद इतना बड़ा की मराठा शेर कहा गया। नाम था बाला साहेब ठाकरे (Balasaheb Thackeray) । 17 नवंबर 2012 को निधन हुआ (Balasaheb Thackeray Death Anniversary) तो अंतिम यात्रा के दौरान पूरी मुंबई (Mumbai) थम गई गई। लग रहा था मानों पूरी मुंबई बाला साहेब के अंतिम दर्शन करना चाहती हो। सड़कों पर चलने की जगह नहीं मिली तो सीवर और पाइपों के ऊपर से चढ़कर अंतिम संस्कार (Balasaheb Thackeray Funeral) में पहुंच रहे थे। ये बाला साहेब का कद ही था, जो खुद न कभी चुनाव लड़े न ही सरकार में किसी पद पर रहे, लेकिन हमेशा एक किंग मेकर की भूमिका निभाई। लोगों को बता दिया कि आखिर लोग उन्हें मराठा शेर क्यों कहते हैं। बाला साहेब ठाकरे की अंतिम यात्रा की 10 तस्वीरें, जो बताती हैं कि वे मुंबई और पूरे महाराष्ट्र के लिए क्या थे।