नई दिल्ली. हॉस्पिटल से लेकर सड़कों तक पर लाशें बिखरी थीं। हर तरफ चीख-पुकार मच गई। जहां तक नजर गई, लोग भागते दिखे। वजह हवा में जहर घुल गई थी। बचना मुश्किल था। 37 साल पहले 3 दिसंबर 1984 की रात भोपाल के लोगों के लिए काली रात थी। ऐसी रात जब लोग सोते-सोते ही मौत के मुंह में चले गए। भोपाल गैस त्रासदी (Bhopal Gas Tragedy) को दुनिया के सबसे भीषण इंडस्ट्रीयल एक्सीडेंट में से एक माना जाता है। हजारों लोगों की जान चली गई। भोपाल गैस कांड की तस्वीरें देखकर पूरी दुनिया दंग रह गई थी। उन्हीं तस्वीरों को दिखाते हुए भोपाल गैस कांड की पूरी कहानी बताते हैं...