डॉक्टर अनूप ने कहा कि दूसरी बात सभी सावधानी रखने के बावजूद ऐसा संभव है कि वैक्सीन लगने के बाद एंटीबॉडी न बने। कोई इम्युनिटी न डेवलप हो, क्योंकि ये व्यक्ति के शरीर पर भी निर्भर करता है। एम्स की एक स्टडी है, जिसके मुताबिक, जो अल्कोहलिक या स्मोकर्स हैं उनमें एंटीबॉडी कम बनती है। जो नॉन-अल्कोहलिक है उनमें एंटीबॉडी ज्यादा डेवलप हुई। फिर भी मैं कहूंगा कि वैक्सीन ही कोरोना का बचाव है। वैक्सीन लगवाने के बाद लोग गंभीर बीमार नहीं पड़ते हैं। ऐसे लोगों में मृत्यु दर कम होती है। आईसीयू में जाने की संभावना कम रहती है।