इतना ही नहीं, पिता पर आरोप लगा कि उसने अपनी बेटी को ऐसे व्यक्ति को पास छोड़ा, जिसके बारे में पहले से ही शक था वह बाल अपराधी हो सकता है। कोर्ट को बताया गया कि उसने अपनी बेटी को एक लड़के के साथ सामने के कमरे में पकड़ा था, जब वह सिर्फ 8 साल की थी, लेकिन उसने इसे लेकर कभी भी लड़की को नहीं रोका।