Published : Oct 19, 2021, 07:00 PM ISTUpdated : Oct 19, 2021, 07:03 PM IST
इंडोनेशिया (Indonesia). यहां कुत्तों के मांस के व्यापार (dog meat) को लेकर सोशल मीडिया पर कई तस्वीरें वायरल हो रही हैं। तस्वीर में दिख रहा है कि कुत्तों को मार दिया गया है फिर उनके मांस को हुक से लटकाया गया है। पशु चैरिटी ह्यूमेन सोसाइटी इंटरनेशनल ने इस तस्वीरों को पब्लिश किया है। इसमें कुत्तों के साथ क्रूरता को दिखाया गया है। चैरिटी के मुताबिक, हर महीने हजारों कुत्तों को सड़कों से ले जाया जाता है और अवैध रूप से इंडोनेशिया के कई हिस्सों में ले ऐसे ही मारकर बेचा जाता है। हालांकि कुछ कुत्तों को पकड़ने और उन्हें बूचड़खाने तक ले जाने में कई बार ऐसी चोट लगती है कि वह रास्ते में ही मर जाते हैं। क्या है तस्वीर के पीछे की पूरी कहानी...?
तस्वीरों में दिख रहा है कि पिल्लों को बुरी तरह से पीटा गया है। वे भाग न जाए, इसलिए उनके पैरों को रस्सी से बांध दिया गया है। इतना ही नहीं, कुछ कुत्तों को धारदार चाकू से काटने के बाद उन्हें तड़पता हुआ फेंक दिया जाता है।
26
बाली के डीएमएफआई सदस्य समूह ह्यूमेन सोसाइटी इंटरनेशनल के लिए एंड डॉग मीट अभियान निदेशक लोला वेबर ने कहा, इंडोनेशिया के आसपास के दूसरे बाजारों में कुत्तों को पीट-पीटकर मार डाला जाता है। उत्तर सुलावेसी के बाजारों में सभी तरह के जंगली और घरेलू जानवरों के साथ-साथ कुत्तों की भी हत्या की जाती है।
36
ये तस्वीरें तब वायरल हो रही हैं जब एक कुत्ते के मांस व्यापारी को 10 महीने की जेल की सजा सुनाई गई थी और देश के पहले कुत्ते के मांस के मुकदमे में 150 मिलियन इंडोनेशियाई रुपिया (£ 7,700) का जुर्माना लगाया गया था।
46
पुलिस ने ट्रक में 78 कुत्तों को ले जा रहे व्यापारी को पकड़ा। इन कुत्तों को सड़कों से चुराया गया था। इनमें कई कुत्ते ऐसे थे जिनके गले में पट्टा था। यानी की वे पालतू थे, लेकिन उनकी भी चोरी की गई।
56
2018 में एक इंडोनेशियाई बाजार में बारबेक्यू किए गए कुत्तों और बिल्लियों को बिकते हुए दिखाते हुए कई तस्वीरें सामने आई थीं।
66
दुनिया में चीन कुत्ते के मांस का सबसे बड़ा उपभोक्ता है। यहां हर साल लगभग 20 मिलियन कुत्तों की खपत होती है। चीन में कुत्तों का मांस खाने की एक लंबी परंपरा रही है। ये देश के कई क्षेत्रों में खाया जाता है। यूलिन में हर साल कुत्ते के मांस का उत्सव मनाया जाता है।
नोट- इस न्यूज में इस्तेमाल की गईं तस्वीरें सांकेतिक हैं।