रेस के आखिरी वक्त का रोचक था सीन
मिल्खा सिंह ने अपनी किताब 'द रेस ऑफ माई लाइफ' में इस रेस का जिक्र किया है। उन्होंने लिखा है, दोनों की नजर एक-दूसरे पर थी। रेस इतनी करीब थी कि कोई भी जीत सकता था। फिनिश लाइन से ठीक पहले मिल्खा सिंह के दाहिने पैर में खिंचाव आ गया था, लेकिन वे फिर भी दौड़े और दर्द से फिनिशिंग लाइन पर गिर गए। उसी क्षण खलीक ने भी फिनिश लाइन को पार कर लिया।