आजमगढ़(Uttar Pradesh). कोरोनावायरस के बढ़ते संक्रमण पर रोक के लिए देश में लागू किए गए लॉकडाउन की सबसे अधिक मार प्रवासी मजदूरों पर पड़ी है। प्रवासी मजदूर दूसरे प्रदेशों में रोटी के लिए भी मजबूर हो गए हैं। नतीजन वह पैदल ही घर के लिए आ रहे हैं। हांलाकि सरकार ने श्रमिक एक्सप्रेस चलाकर उनकी मदद का प्रयास किया जरूर है लेकिन इसके बावजूद बहुत से लोग पैदल ही अपने घर की ओर निकल पड़े हैं। यूपी के आजमगढ़ जिले के एक मजदूर ने पानीपत से अपने घर आजमगढ़ लौटने के लिए 10 दिन तक पैदल यात्रा की। इस यात्रा में उसने किन कठिनाइयों का सामना किया ये सुनकर भी रूह कांप जाती है।