हादसे की सूचना जब मरने वालों और घायलों के स्वजनों को मिली तो वे बदहवास हो गए। एक पल के लिए उन्हें समझ नहीं आ रहा था कि वे क्या करें। स्वजनों का रोना देखकर दिलासा देने वालों की भी आंखें नम हो जा रहीं थीं। एक ही झटके में कई परिवारों पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा।