पिछले साल तक हिंदू संगठन इस तारीख को शौर्य दिवस व मुस्लिम समुदाय यौमे गम का आयोजन करते थे। यौमे गम का कार्यक्रम अयोध्या के टेढ़ी बाजार मोहल्ले में हाजी महबूब के बंद अहाते में होते थे, वहीं मस्जिदों में नमाज के बाद बाबरी ढांचे के विध्वंस को लेकर गम का इजहार किया जाता था।