यूपी में कोरोना से जंग में CM योगी की पहली बड़ी कामयाबी, ये जिला घोषित हुआ कोरोना फ्री
लखनऊ (Uttar Pradesh) सरकार ने कोरोना वायरस से जंग जीतने के लिए एड़ी-चोटी का जोर लगा दिया है। अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश कुमार अवस्थी ने दावा किया है कि पीलीभीत प्रदेश का पहला ऐसा जनपद है जो कोरोना प्रभाव से पूरी तरह मुक्त हो गया है। उन्होंने कहा कि पीलीभीत में कोरोना के दो केस पॉजिटिव थे, जो उपचार के बाद स्वस्थ हो गए। उन्हें घर भेज दिया गया। इसके लिए मुख्यमंत्री ने पीलीभीत जिला प्रशासन के सभी अधिकारियों को बधाई दी है।
Ankur Shukla | Published : Apr 14, 2020 9:32 AM IST / Updated: Apr 14 2020, 04:08 PM IST
लॉकडाउन तथा हॉटस्पॉट जोन बनाने के बाद भी बीते 24 घंटे में उत्तर प्रदेश में चार लोगों की मौत हो गई। जबकि सोमवार को एक दिन में सर्वाधिक 151 कोरोना पॉजिटिव मिले। इसमें से 84 तबलीगी जमात के हैं। प्रदेश के 75 में से 43 जिले कोरोना वायरस से संक्रमण में हैं।
प्रमुख सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने कहा कि प्रदेश में सोमवार तक 550 केस सामने आए। उपचार के बाद 550 में से 47 मरीज पूरी तरह स्वस्थ हो चुके हैं और उन्हें घर भेज दिया गया है।
कोरोना से प्रदेश के 43 जनपद कोरोना से प्रभावित हुए हैं। प्रमुख सचिव स्वास्थ्य मित मोहन प्रसाद ने बताया कि 550 में से 307 तबलीगी जमात से संबंधित हैं।
अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश कुमार अवस्थी ने कहा पीलीभीत में कोरोना के दो केस पॉजिटिव थे, जो उपचार के बाद स्वस्थ हो गए। उन्हें घर भेज दिया गया। इसके लिए मुख्यमंत्री ने पीलीभीत जिला प्रशासन के सभी अधिकारियों को बधाई दी है।
पीएम मोदी की अपील पर यूपी की योगी सरकार ने भी 3 मई तक लॉकडाउन को जारी रखने का निर्णय ली है। बता दें कि प्रदेश के जिलों को दो भागों में बांटा गया है। इनमें से एक वर्ग के जिलों में कुछ रियायतें दी जा सकती हैं। इस श्रेणी में वो जिले शामिल हैं जहां 14 अप्रैल तक एक भी कोरोना पॉजिटिव केस नहीं मिला है।
लॉकडाउन बढ़ने से पहले ही सीएम योगी ने टीम-11 के साथ बैठक कर लॉकडाउन के नियमों में कुछ बदलाव करने का निर्णय लिया था। जिसमे 15 अप्रैल से कंस्ट्रक्शन कार्य शुरू होने व रेस्टोरेंट द्वारा भोजन की होम डिलीवरी थी। लेकिन इसे 20 अप्रैल करने का निर्णय लिया गया है।
अब सूबे में लॉकडाउन के नए नियम 20 अप्रैल से लागू होंगे। यही नहीं इसमें कुछ चीजों को घटाया या बढ़ाया भी जा सकता है। इसके लिए अभी केंद्र सरकार की लॉकडाउन पार्ट 2 की गाइडलाइन का इंतजार किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में रविवार रात हुई बैठक में फैसला लिया गया था कि 15 अप्रैल से सभी मंत्री अपने दफ्तरों में बैठेंगे, लेकिन जनता दर्शन स्थगित रहेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि जिन क्षेत्रों में कोरोना मरीजों की संख्या अधिक है वह पूरी तरह से निगरानी में रहेंगे।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मीटिंग कई बातों पर सहमति बनी थी। इसमें कंस्ट्रक्शन व रेस्टोरेंट्स को ही कुछ ढील दिया जाना शामिल था, लेकिन अब 20 अप्रैल के तक स्थगित कर दिया गया है।
बैठक में सीएम ने कहा था कि लॉक डाउन का सख्ती से अनुपालन कराया जाएगा। हॉटस्पॉट वाले इलाकों पर विशेष निगरानी होगी। लॉक डाउन तोड़ने वालों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।