लखनऊ(Uttar Pradesh). यूपी के कानपुर के बिकरू गांव में 2 जुलाई की देर रात बदमाशों की गोली से शहीद हुए पुलिसकर्मियों में सीओ देवेन्द्र मिश्रा भी शामिल थे। लेकिन विकास दुबे व उसकी गैंग ने उन्हें गोली मारने के साथ ही कुल्हाड़ी से उनका पैर भी काट दिया था। लोगों के दिमाग में एक बड़ा सवाल ये कौंध रहा था कि आखिर एनकाउंटर में पुलिसकर्मियों पर गोली चलाकर उनकी हत्या की गई, फिर सीओ देवेन्द्र मिश्रा के साथ आखिर ये क्रूरता क्यों की गई। इस पर एक बड़ा खुलासा हुआ है। बताया जा रहा है कि सीओ देवेन्द्र मिश्रा और गैंगस्टर विकास दुबे 22 साल पुराने दुश्मन थे। उसी का बदला लेने के लिए विकास ने ये निर्ममता की। आइए आपको बताते हैं कि आखिर दोनों के बीच 22 साल पहले क्या हुआ था ?