सबसे ज्यादा परेशानी की बात ये थी कि गांव में बिजली नहीं थी, इसलिए कुछ भी दिखाई नहीं दे रहा था, बदमाश पहले से घात लगाए बैठे थे, जिससे वो हमें टार्गेट कर ले रहे थे लेकिन हम उन्हें देख भी नहीं पा रहे थे। हमारी तरफ से जो फायरिंग हो भी रही थी वो केवल अंधेरे में तीर मारने जैसी थी।