प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार गांव के लोग लगातार एंबुलेंस को फोन करते रहे, लेकिन एंबुलेंस नहीं आई। बाद में प्राइवेट जीप और गाड़ियों में भरकर घायलों को अस्पताल पहुंचाया गया। घटनास्थल से पुलिस स्टेशन और अस्पताल की दूरी समान है। लेकिन पुलिस कुछ ही देर में वहां पहुंच गई, जबकि एंबुलेंस को आने में काफी समय लग गया।