सार

कुशीनगर हादसे के बाद आक्रोशित लोगों ने नेशनल हाईवे 28 बी को जाम कर दिया। उनका कहना था कि अगर समय पर एंबुलेंस आ जाती और डॉक्टरों की लापरवाही नहीं होती तो 13 लोगों की मौत नहीं होती। ज्यादातर लोगों को बचाया जा सकता था। 

कुशीनगर: यूपी के कुशीनगर में नेबुआ नौरंगिया थाना इलाके के नौरंगिया गांव में वैवाहिक कार्यक्रम के दौरान हुए हादसे के बाद ग्रामीणों की नाराजगी सामने आई। नाराज लोगों ने गुरुवार सुबह नेशनल हाईवे जाम कर दिया। ग्रामीणों ने कहा कि अगर समय पर एंबुलेंस आती और डॉक्टरों की लापरवाही न रही होती तो 13 लोगों की मौत न होती। आक्रोशित लोगों ने नेशनल हाईवे 28 बी को बंद कर चक्का जाम कर दिया। इस दौरान कई अधिकारी आक्रोशित लोगों को समझाते नजर आए। 

आपको बता दें कि कुशीनगर में बुधवार की देर रात दिल दहलाने वाला हादसा सामने आया। इस हादसे में अभी तक 13 लोगों की मौत की पुष्टि हुई है। जिन लोगों की मौत हुई है उसमें ज्यादातर महिलाओं और बच्चियां शामिल हैं। प्राप्त जानकारी के अनुसार महिलाएं हल्दी की रस्म के दौरान कुएं की स्लैब पर बैठकर पूजा कर रही थीं। इसी बीच स्लैब अचानक से टूट गई और यह हादसा सामने आया। हादसे की जानकारी मिलन के साथ ही महिलाओं को कुएं से बाहर निकालने का सिलसिला गांववालों की मदद से शुरु हुआ। 

समय पर नहीं आई एंबुलेंस 
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार गांव के लोग लगातार एंबुलेंस को फोन करते रहें लेकिन एंबुलेंस नहीं आई। यह हालात उस दौरान देखने को मिले जब गांव से महज 3 किलोमीटर की दूरी पर ही अस्पताल मौजूद है। हादसे के बाद जब मौके पर एंबुलेंस नहीं पहुंची तो प्राइवेट जीप और गाड़ियों में भरकर घायलों को अस्पताल पहुंचाया गया। घटनास्थल से पुलिस स्टेशन और अस्पताल की दूरी समान है। लेकिन पुलिस कुछ ही देर में वहां पहुंच गई जबकि एंबुलेंस को आने में काफी समय लग गया। 

मटकोर के दौरान हुआ हादसा
मौके पर मौजूद लोग बताते हैं कि महिलाएं मटकोर में लगी थी इसी बीच पुरुष खाने की तैयारी में व्यस्त थे। कुएं में महिलाओं के गिरने की आवाज आई तो सभी उस ओर दौड़ पड़े। कुछ नौजवानों ने रस्सी के सहारे कुएं में उतरने का जोखिम उठाया और बच्चियों को बचाना शुरु किया। लोग चीखते रहे और अपनों को खोजने में लगे रहें। इसी बीच पुलिस की जीप गांव पहुंची तो घायलों को अस्पताल ले जाने का सिलसिला शुरु हुआ। परिवार के सदस्यों का कहना है कि उन्होंने पहले ही इस बाबत चेतावनी दी थी कि स्लैब टूट सकता है। लेकिन लोग डांस देखने के आगे कुछ सुनने को तैयार ही नहीं थी। 

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