दरअसल, शहीद सारज सिंह की पत्नी रजविंदर कौर मंगलवार को अपनी मां कुलवीर कौर व पिता बख्तावर सिंह के साथ ससुराल पहुंची थीं। जैसे ही उन्होंने ससुराल की चौखट पर कदम रखा तो वह सास के गले लगते ही बिलख-बिलखकर रोने लगीं। आलम यह था कि शहीद की पत्न को संभालना भी मुश्किल हो रहा था। हर कोई उनको समझा रहा था, लेकिन वह बस रोए जा रही थीं और बीच-बीच में बेसुध हो जातीं। एक शब्द शब्द कहतीं कोई मेरा पति को लौटा दो।