पांच राज्यों में होने जा रहे विधानसभा चुनाव में पश्चिम बंगाल का चुनाव सबसे हॉट है। इसमें भी यहां की नंदीग्राम सीट पर सारे देश की नजरें टिकी हुई हैं। यहां से तृणमूल कांग्रेस की मुखिया और राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी चुनाव लड़ रही हैं। उनके विरुद्ध खड़े हुए हैं शुभेंदु अधिकारी। शुभेंदु कभी ममता के खास होते थे, लेकिन अब भाजपा के साथ हैं। नंदीग्राम ममता बनर्जी की वो राजनीतिक रणभूमि है, जिसने उन्हें 34 साल पुराने लेफ्ट के शासन को उखाड़ फेंकने में मदद दिलाई। 2007 में लेफ्ट सरकार ने सलीम ग्रुप को स्पेशल इकोनॉमिक जोन नीति के तहत नंदीग्राम में रसायन केंद्र(केमिकल हब) की स्थापना की अनुमति दी थी। ग्रामीणों ने इसका विरोध किया, तो पुलिस ने विद्रोह को कुचलने गोलीबारी कर दी। इससे 14 ग्रामीणों की मौत हो गई। ममता इस घटना के विरोध में मुखर हुईं। नतीजा, लेफ्ट जमींदोज हो गया। जिस माटी में कभी किसानों का खून बहा था, आज वो किसानों के लिए सोना उगल रही है। यहां के किसानों के लिए झींगा मछली(प्रॉन) कमाई का बेहतर जरिया साबित हुई है। जानिए पूरी कहानी...