कोरोना की वैक्सीन मिल गई! 14 लोगों पर ट्रायल करने के बाद ऐसा हुआ असर, इस देश ने किया कमाल
वुहान.चीन के वुहान शहर से शुरू हुए कोरोना वायरस के आतंक ने दुनिया की नाक में दम कर रखा है। दुनिया के 195 देशों में वायरस से संक्रमित लोगों के दम तोड़ने का सिलसिला जारी है। अब तक 59 हजा लोगों की मौत हो चुकी है। इन सब के बीच दुनिया के तमाम देश कोरोना को हराने के लिए एंटी वैक्सीन की खोज में लगे हुए हैं। इसी क्रम में चीन ने 17 मार्च को कोरोना वायरस कोविड-19 के लिए बनाई गई वैक्सीन का क्लीनिकल ट्रायल यानी इंसानों पर परीक्षण शुरू किया था। जिसके बाद अब इस परीक्षण के बेहद पॉजिटिव रिजल्ट सामने आ रहे हैं।
चीन ने इस क्लीनिकल ट्रायल के लिए कुल 108 लोगों को चुना था। जो वॉलंटियर्स आए थे, उनमें से 14 ने वैक्सीन के परीक्षण की अवधि पूरी कर ली है। 14 दिनों तक क्वारनटीन में रहने के बाद अब वो अपने-अपने घर भेज दिए गए हैं।
ये सारे परीक्षण चीन के वुहान शहर में शुरू किए गए थे। वैक्सीन के परीक्षण के बाद देखा गया कि जिन 14 लोगों को घर भेजा गया है। अब वो पूरी तरह से सुरक्षित और स्वस्थ हैं। हालांकि सभी को मेडिकल निगरानी में रखा गया है। लेकिन जिस प्रकार से पॉजिटिव संकेत सामने आ रहे हैं, उससे कोरोना को हराने की उम्मीद जग गई है।
इस वैक्सीन को चीन में सबसे बड़ी बायो-वॉरफेयर साइंटिस्ट चेन वी और उनकी टीम ने बनाया है। जिन 108 लोगों पर परीक्षण किया जा रहा था। ये सभी लोग 18 साल से लेकर 60 साल तक की उम्र के हैं।
इन सभी लोगों को तीन समूहों में बांटा गया था। तीनों समूहों के लोगों को वैक्सीन की अलग-अलग मात्रा दी गई थी। इन सभी 108 लोगों को वुहान स्पेशल सर्विस हेल्थ सेंटर में क्वारनटीन किया गया है।
सभी लोगों को अलग-अलग दिन वैक्सीन दी गई है, इसलिए सभी लोगों को क्वारनटीन पीरियड पूरा होने तक वहीं रहना है। यानी ये सभी लोग अगले कुछ हफ्तों में अपने-अपने घर जा सकेंगे।
जिन 14 लोगों को घर भेजा गया है। अब उन्हें छह महीने तक मेडिकल निगरानी में रखा जाएगा। हर दिन उनका मेडिकल टेस्ट होगा। इन 6 महीनों में यह देखा जाएगा कि अगर इन्हें कोरोना वायरस संक्रमण होता है तो इनका शरीर कैसी प्रतिक्रिया देता है।
जैसे ही उनके शरीर में कोरोना वायरस से लड़ने की क्षमता विकसित हो जाएगी यानी उनके शरीर में एंटीबॉडी बन जाएगा, उनके खून का सैंपल लेकर वैक्सीन को बाजार में उतार दिया जाएगा।
चेन वी ने बताया कि हमारा पहला ट्रायल लगभग सफल है। हमें जैसी ही इसकी ताकत का पता चलता है, हम इसे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर समझौते करके दुनिया भर को देंगे। हम चाहते हैं कि कोरोना वायरस का इलाज पूरी दुनिया तक पहुंचे।
चीन में कोरोना वायरस से अब तक 33 हजार लोगों की मौत हो चुकी है। जबकि 81,639 लोग संक्रमित पाए गए हैं। कोरोना वायरस से अब तक 76,755 लोग ठीक भी हो चुके हैं। गौरतलब है कि दिसंबर 2019 में चीन के वुहान शहर से शुरू हुआ कोरोना का संक्रमण अब पूरी दुनिया में पांव पसार चुका है।
दुनिया भर में 60 हजार मौतेंः कोरोना वायरस के संक्रमण से दुनिया भर में 60 हजार 330 लोगों की मौत हो चुकी है। जबकि 11 लाख 32 हजार 17 लोग संक्रमित हैं। कोरोना वायरस से सबसे ज्यादा अमेरिका, इटली और स्पेन प्रभावित है। अमेरिका में मरने वालों की संख्या 7403 हो गई है, जबकि 2.5 लाख से अधिक लोग पॉजिटिव पाए गए हैं। वहीं, इटली में संक्रमिकत मरीजों की संख्या 1.19 लाख है तो मरने वालों का आंकड़ा 14 हजार है। कोरोना से स्पेन का भी बुरा हाल है, स्पेन में अब तक 11,744 लोगों की मौत हो चुकी है। जबकि1.24 लाख लोग पॉजिटिव पाए गए हैं।