काबुल. Afghanistan से अमेरिकी सेना की 20 साल बाद वापसी के साथ ही अफगानी महिलाओं और लड़कियों की जिंदगी में फिर से खौफ लौट आया है। जिन महिलाओं ने पहले Taliban की क्रूरता का सामना किया है, वे अपनी बच्चियों को वो टॉर्चर जुबां से बयां तक नहीं कर पा रही हैं। भले ही Taliban ने ऐलान किया हो कि वो लड़कियों की पढ़ाई नहीं रोकेगा, लेकिन सबकुछ सामान्य होगा; इसकी किसी को भी उम्मीद नहीं है। क्योंकि हजारा बहुल जिले दायकुंदी में तालिबान ने उस नजीबा लाइब्रेरी और कंप्यूटर लैब तक को तहस-नहस कर दिया, जहां लड़कियां भी पढ़ाई करती थीं। यही नहीं, तालिबान की विरोध करने पर 14 लोगों की हत्या भी कर दी। ये भित्ति चित्र (Afghan Graffiti) अफगानिस्तान की शम्सिया हसानी ने बनाए हैं, जो उन्होंने twitter पर शेयर किए हैं। ये चित्र तालिबान के शासन में महिलाओं की स्थिति को दिखाते हैं।