माउंटेन गाइड की मदद से सेना घटनास्थल पर पहुंची और हादसे में मारे गए सभी 22 पैसेंजर्स के शवों को वहां से उठाकर लाने में कामयाब रही। बता दें कि इस हादसे में चार भारतीय अशोक कुमार त्रिपाठी, धनुष त्रिपाठी, रितिका त्रिपाठी और वैभवी त्रिपाठी की भी मौत हुई थी।