इस देशव्यापी हड़ताल के दौरान शुक्रवार को श्रीलंका में बस और ट्रेन का नेटवर्क ठप रहा, जबकि कार्यालय और कारखाने भी बंद रहे। बता दें कि ब्लैकआउट के अलावा भोजन, ईंधन और दवाओं की बहुत अधिक कमी ने इस दक्षिण एशियाई द्वीप राष्ट्र को भयंकर संकट में डाल दिया है। जनता 1948 में स्वतंत्रता के बाद से श्रीलंका का सबसे खराब संकट है।