इससे पहले 2021 में तालिबान के अफगानिस्तान पर कब्जा करने से पहले दश्त-ए-बारची में स्कूल के पास तीन बम विस्फोटों में कम से कम 85 लोग मारे गए थे। इनमें ज्यादातिर गर्ल्स थीं। हमले में लगभग 300 अन्य घायल हो गए थे। इस हमले की जिम्मेदारी किसी भी आतंकवादी समूह ने नहीं ली थी। हालांकि एक साल पहले, आईएसआईएल ने उसी क्षेत्र में एक शैक्षिक केंद्र पर आत्मघाती हमले की जिम्मेदारी ली थी, जिसमें छात्रों सहित 24 लोग मारे गए थे। इस साल अप्रैल में इलाके के अलग-अलग शिक्षा केंद्रों में हुए दो घातक बम विस्फोटों में छह लोगों की मौत हो गई और 20 अन्य घायल हो गए।
(यह तस्वीर हजारा समुदाय की मर्जिया और हाज़र की कब्र की है)