ये हैं न्यूजीलैंड के आदिवासी सासंद राविरी वेइटिटि। इनके बगैर टाई संसद में आने से एक बड़ा विवाद खड़ा हो गया है। यहां संसद में बिना टाई पहने कोई सांसद सरकार से सवाल नहीं पूछ सकता। राविरी ने जब टाई पहनने से मना किया, तो उन्हें बाहर निकलवा दिया गया। स्पीकर ने राविरी को पहले भी चेताया था। राविरी माओरी आदिवासी जाति से संबंध रखते हैं। वे सदन में सिर्फ लॉकेट पहनकर आए थे। स्पीकर ने उन्हे चैंबर में बुलाकर समझाया, लेकिन वे नहीं मानें। राविरी ने टाई को गुलामी की निशानी बताया है। राविरी ने दो टूक कहा कि उन्हें अपनी आदिवासी परंपरा से बहुत प्यार है, इसलिए वे लॉकेट (tanga) पहनेंगे। टाई (Necktie) बिलकुल नहीं। क्या आपको पता है टाई का जन्म कब हुआ था? अगर प्राचीन तौर पर बात करें, तो सबसे पहले टाई जैसा कपड़ा 4000 साल पहले सामने आया था। पुरातत्वविदों के अनुसार मिस्र में ममियों (Mummies) के गले में टाई को ताबीज के तौर पर पहनाया जाता था। आइए जानते हैं टाई की कहानी...