जिला प्रशासन ने किसानों से अपील की है कि कोविड-19 महामारी के दौर में उन्हें बातचीत के लिए आगे बढ़ना चाहिए। राज्य सरकार की ओर से जारी एक विज्ञप्ति में कहा गया है कि प्रशासन का मानना है कि बड़े मुद्दों का समाधान सिर्फ बातचीत से हो सकता है। बयान में कहा गया है कि बातचीत के लिए जिला प्रशासन के दरवाजे अब भी खुले हैं।
हिसार (Haryana) । किसानों और पुलिस के बीच 16 मई को हुई झड़प के विरोध में हिसार में किसान सोमवार को इकट्ठा हुए हैं। इस दौरान भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत भी मौजूद रहे। बता दें कि हिसार में जिला प्रशासन ने किसानों के विरोध प्रदर्शन से पहले सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी है।
इसलिए किसान कर रहे महापंचायत
पिछले सप्ताह रविवार को पुलिस और किसानों के बीच हिंसक झड़प के मामले में पुलिस की ओर से 300 से ज्यादा किसानों पर मामला दर्ज किया गया था। इसके बाद किसानों ने विरोध प्रदर्शन करने का फैसला किया है। पुलिस ने किसानों के एक समूह पर उस समय आंसू गैस के गोले दागे थे और उन पर बल प्रयोग किया था, जब वे सीएम मनोहरलाल खट्टर के एक कार्यक्रम स्थल पर जाने की कोशिश कर रहे थे। खट्टर वहां कोविड-19 अस्पताल का उद्घाटन करने गए थे।
पुलिस कमिश्नर ऑफिस का करेंगे घेराव
किसान संगठनों ने कहा है कि वह हिसार पुलिस कमिश्नर ऑफिस का घेराव करेंगे। उन्होंने किसानों पर कथित तौर पर लाठीचार्ज करने वाले पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है। अधिकारियों ने बताया कि विरोध प्रदर्शन के मद्देनजर हिसार में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है।
बातचीत के लिए जिला प्रशासन के दरवाजे खुले
जिला प्रशासन ने किसानों से अपील की है कि कोविड-19 महामारी के दौर में उन्हें बातचीत के लिए आगे बढ़ना चाहिए। राज्य सरकार की ओर से जारी एक विज्ञप्ति में कहा गया है कि प्रशासन का मानना है कि बड़े मुद्दों का समाधान सिर्फ बातचीत से हो सकता है। बयान में कहा गया है कि बातचीत के लिए जिला प्रशासन के दरवाजे अब भी खुले हैं।