22 साल की युवती से 8 माह तक रेप, दरिंदगी करने वालों में शामिल था इस दल का नेता, भाई ने सुनाई कुछ ऐसी कहानी

आरोप है कि मामले की जांच करने वाले संबंधित तीन थानेदारों द्वारा उनकी बहन पर आरोपियों के पक्ष में बयान देने के लिए दबाव बनया जाने लगा। वहीं, जब उनकी बहन को बठिंडा में रखा हुआ था तो उसे 3 लाख रुपए में बेचने की बातचीत चल रही थी। जिसको उनकी बहन ने सुन लिया था, जबकि किसी तरह वहां से भागकर आई और अपनी मां को संपर्क किया।
 

Asianet News Hindi | Published : Feb 27, 2021 9:38 AM IST / Updated: Feb 27 2021, 03:54 PM IST

पंजाब । बरनाला शहर में इंसानियत को शर्मसार करने वाली खबर सामने आई है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक 22 साल की युवती को आठ माह तक बंधक बनाकर उससे रेप किया गया। हद तब हो गई, जब अपने गुनाहों पर पर्दा डालने के लिए दरिंदों ने उसकी जबदस्ती शादी करा दी। इतना ही नहीं, आरोपियों ने उसे अब तीन लाख रुपए में बेचने तक का सौदा कर लिया। हालांकि इसकी भनक लगने पर पीड़िता किसी तरह भागकर अपनी जान बचाई और परिवार को आपबीती सुनाई। आरोप है कि ऐसा करने वाले सात लोगों में एक शिरोमणि अकाली दल का नेता है। फिलहाल, पुलिस द्वारा पीड़िता के बयान के आधार पर दो महिलाओं सहित सात लोगों पर किया मामला दर्ज क‍िया गया। साथ ही पुलिस द्वारा पीड़िता को डराने धमकाने के आरोप में तीन थानेदारों को सस्पेंड कर द‍िया गया।

पीड़िता के भाई ने सुनाई कुछ ऐसी कहानी
पीड़‍िता के भाई का आरोप है कि बीते साल 24 जून 2020 को उनके घर किराए पर रहने वाली एक महिला ने उनकी बहन को बहला-फुसलाकर अकाली दल के नेता के भाई के घर ले गई। जहां पर पहले से शिरोमणि अकाली दल का नेता, एक तथाकथित बाबा और कुछ महिलाओं सहित 20 से 25 लोग मौजूद थे। आरोप है कि उसकी बहन को कोल्ड ड्रिंक दिया गया, जिसे पीने के बाद उनकी वो को होश नहीं रहा, जिसके बाद शिरोमणि अकाली दल के नेता, तथाकथित बाबा एवं अन्य लोगों ने उसके साथ रेप किया। 

इस तरह स्थान बदलते रहे दरिंदे
पीड़िता के भाई का आरोप है कि उनकी बहन को 17 दिन बरनाला जिले के गांव पंधेर में रखा गया। इसके बाद बाद संगरूर जिले के एक गांव में 3 दिन रखा गया। फिर, बठिंडा लेकर जाया गया। जहां उसकी जबरदस्ती शादी करवा दी गई। इसके एवज में आरोपियों ने 70 हजार रुपए लिए थे। जिसके शिकायत बरनाला में दर्ज करवाई तो थानेदार द्वारा उसे पैसों की मांग की गई।  जिसके बाद उन्होंने एसएसपी बरनाला से मिलने नहीं दिया गया। 

पीड़िता ने सुनाई मां को आपबीती
आरोप है कि मामले की जांच करने वाले संबंधित तीन थानेदारों द्वारा उनकी बहन पर आरोपियों के पक्ष में बयान देने के लिए दबाव बनया जाने लगा। वहीं, जब उनकी बहन को बठिंडा में रखा हुआ था तो उसे 3 लाख रुपए में बेचने की बातचीत चल रही थी। जिसको उनकी बहन ने सुन लिया था, जबकि किसी तरह वहां से भागकर आई और अपनी मां को संपर्क किया।

मस्जिस्ट्रेट ने दर्ज किया पीड़िता का बयान
पीड़िता के भाई ने बताया कि जब वह अपनी बहन को लेने गए तो वह नशे की हालत में थी और उसके बाद उन्होंने अपनी बहन को सरकारी अस्पताल बरनाला में दाखिल करवाया। वहीं,पुलिस द्वारा पीड़िता का मेडिकल टेस्ट कराया गया और कराया गया। साथ ही मजिस्ट्रेट द्वारा पीड़िता का बयान दर्ज किया गया। जिसमें उसने आपबीती सुनाते हुए कहा कि उसे और उसके परिवार को आरोपियों से जान का खतरा है।

फोटो सोर्स-आजतक

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