अगर आप एक नवजात बच्चे की मां है और आपको हमेशा अपने बच्चे की नींद को लेकर समस्या रहती है कि आपका बच्चा कम होता है या ज्यादा सोता है। तो आइए आज हम आपको बताते हैं बच्चों की स्लीपिंग हैबिट्स कैसी होती है और उन्हें कितनी देर सोना चाहिए।
हेल्थ डेस्क: बच्चों की देखभाल करना बच्चों का खेल नहीं होता है। इसके लिए मां-बाप को रात-रात भर जाकर बच्चों का ध्यान रखना पड़ता है। खासकर शुरुआत का जो 1 साल होता है वह काफी मुश्किल भरा होता है। बच्चे के स्लीपिंग पैटर्न को समझने के लिए मां-बाप को भी काफी जद्दोजहद करनी पड़ती है। ऐसे में अगर आप भी अपने बच्चे की स्लीपिंग पैटर्न को लेकर थोड़ा कंफ्यूज हैं और जाना चाहते हैं कि बच्चे को स्वस्थ रहने के लिए कितने घंटे की नींद लेना जरूरी होता है। तो आइए हम आपको नवजात बच्चे से लेकर 1 साल तक के बच्चे का स्लीपिंग पैटर्न के बारे में बताते हैं...
शिशुओं को कितनी नींद की जरूरत है?
0-3 महीने
पहले दो से तीन महीनों के दौरान नवजात शिशु रोजाना करीब 14-17 घंटे सोते हैं। इस समय, नवजात बच्चों के शरीर पर्यावरण के समय के अनुरूप नहीं होते हैं, इसलिए जब भी वे भूखे होते हैं, उधम मचाते हैं, या डायपर बदलने की जरूरत होती है तो वे जाग जाते हैं। शुरुआती महीनों में कैटनैपिंग आम है क्योंकि शिशुओं की प्राथमिक आवश्यकता बार-बार दूध पिलाने की होती है। इसलिए, अगर आपको लगता है कि आपका बच्चा उम्मीद के मुताबिक नहीं सो रहा है, तो चिंता न करें, क्योंकि यह पूरी तरह से सामान्य है।
4-5 महीने
जब तक आपका बच्चा 4 से 5 महीने का हो जाता है, तब तक वह दिन में लगभग 12 से 16 घंटे सोता है। इस दौरान दिन और रात के समय उसकी स्नूज़िंग अवधि बढ़ जाएगी। हालांकि, इस समय बच्चों की नींद में दांत निकलना या एसिड रिफ्लक्स होना खलल पैदा कर सकता है।
6 महीने
जब बच्चा 6 महीने का हो जाता है, तो नींद की अवधि घटकर 10 से 11 घंटे रह जाती है। इस दौरान वो रात में अधिक घंटों तक सो सकते हैं। हालांकि भूख, पेट दर्द या एसिड बनना उनकी नींद को प्रभावित कर सकते हैं।
1 साल
जब बच्चा 1 से 2 साल के बीच होता है, तो वह कम से कम 10 से 11 घंटे की नींद लेता है। इस दौरान वह रात में सोने के साथ-साथ दिन में भी पावर नैप लेता है और अपना स्लीपिंग टाइम 14 घंटे तक एक्सटेंड कर सकता है।
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