इस उम्र में बढ़ जाता है कैंसर का सबसे ज्यादा खतरा

हाल ही में ब्रिघम और महिला अस्पताल के शोध में खुलासा हुआ कि 50 से क्रम उम्र के लोगों में कैंसर का खतरा ज्यादा बढ़ सकता है।
 

Asianet News Hindi | Published : Sep 7, 2022 2:17 AM IST / Updated: Sep 07 2022, 10:41 AM IST

हेल्थ डेस्क : कैंसर (cancer) एक ऐसी बीमारी है जिसका सटीक इलाज मिलना बहुत जरूरी है और यह पता लगाना जरूरी है कि इंसान के शरीर में कैंसर के बीच कब पनपने लगते हैं। ऐसे में हाल ही में ब्रिघम और महिला अस्पताल के वैज्ञानिकों ने इसे लेकर रिसर्च की और उन्होंने खुलासा किया कि कैंसर के कारणों का पता अधिकतर केसों में 50 साल की उम्र से पहले ही पता लग जाता है। तो चलिए आज हम आपको बताते हैं इस रिसर्च के बारे में...

इस उम्र के लोग हो जाए सावधान
ब्रिघम और महिला अस्पताल के शोधकर्ताओं के मुताबिक, ब्रेस्ट, कोलन, एसोफैगस, किडनी, यकृत और पैनक्रिया के कैंसर समेत अन्य का पता 50 वर्ष की आयु से पहले पता चल जाता है। वैज्ञानिकों ने साहित्य और ऑनलाइन में सुलभ डेटा का गहन अध्ययन किया, जिसमें शुरुआती जीवन के जोखिमों की जानकारी शामिल थी, जो कैंसर के बढ़ने का कारण हो सकता है। इस शोध के निष्कर्ष नेचर रिव्यू क्लिनिकल ऑन्कोलॉजी में प्रकाशित हुए।

क्या है शोधकर्ताओं का कहना
शुजी ओगिनो, एमडी, पीएचडी, ब्रिघम में पैथोलॉजी विभाग में एक प्रोफेसर और चिकित्सक-वैज्ञानिक ने बताया कि, "हमारे डेटा से, हमने जन्म सहवास प्रभाव नामक कुछ देखा। इस प्रभाव से पता चलता है कि बाद में पैदा हुए लोगों के प्रत्येक समूह (उदाहरण के लिए, दशक बाद) में जीवन में बाद में कैंसर के विकास का जोखिम अधिक होता है।" उन्होंने कहा कि हमने पाया कि यह जोखिम हर पीढ़ी के साथ बढ़ रहा है। उदाहरण के लिए, 1960 में पैदा हुए लोगों ने 1950 में पैदा हुए लोगों की तुलना में 50 वर्ष की आयु से पहले उच्च कैंसर जोखिम का अनुभव किया और हम भविष्यवाणी करते हैं कि यह जोखिम स्तर लगातार पीढ़ियों में चढ़ता रहेगा।" 

इस कैंसर का खतरा सबसे ज्यादा 
शोधकर्ता उगई ने पहले 14 विभिन्न प्रकार के कैंसर की घटनाओं के बारे में बात करते हुए कहा कि "हमने जिन 14 कैंसर प्रकारों का अध्ययन किया, उनमें से आठ पाचन तंत्र से संबंधित थे। हम जो भोजन करते हैं वह हमारे आंत में सूक्ष्मजीवों को खिलाता है। आहार सीधे माइक्रोबायोम संरचना को प्रभावित करता है और अंततः ये परिवर्तन रोग जोखिम और परिणामों को प्रभावित कर सकते हैं।"

निष्कर्ष
इस तरह के अध्ययनों के बिना, यह पहचानना मुश्किल है कि दशकों पहले कैंसर वाले किसी व्यक्ति ने क्या किया था और किस उम्र से पहले कैंसर का खतरा ज्यादा बढ़ सकता है। शोधकर्ता ने बताया कि यह हमें आने वाली पीढ़ियों के लिए कैंसर के जोखिम में अधिक सटीक अंतर्दृष्टि प्रदान करेगा।

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