Diabetes Day 2022: चीनी या मिठाई नहीं डायबिटीज में 'जहर' है ये 7 चीजें

14 नवंबर को पूरे विश्व में वर्ल्ड डायबिटीज डे मनाया जाता है। ऐसे में आज हम आपको बताते हैं ऐसे 7 फूट जो चीनी और मिठाई से ज्यादा डायबिटीज के मरीजों के लिए नुकसानदायक होते हैं।
 

Deepali Virk | Published : Nov 14, 2022 6:10 AM IST

हेल्थ डेस्क : हर साल 14 नवंबर को विश्व मधुमेह दिवस यानी कि वर्ल्ड डायबिटीज डे (Diabetes Day 2022) मनाया जाता है। इसका उद्देश्य लोगों को डायबिटीज के बारे में जागरूक करना और इसकी रोकथाम पर जोर देना है, ताकि बढ़ते डायबिटीज के खतरे को कम किया जा सके। बता दें कि डायबिटीज एक ऐसी गंभीर बीमारी है, जिससे हृदय, किडनी और दिमाग संबंधित ना जाने कितनी और बीमारियां हो सकती हैं। ऐसे में डायबिटीज को कंट्रोल करने के लिए नियमित व्यायाम, हेल्दी डाइट और शुगर वाले फूड से परहेज करना जरूरी होता है। ऐसे में आज हम आपको बताते हैं ऐसे 7 फूड आइटम जो मधुमेह के रोगियों के लिए किसी जहर से कम नहीं है और हमें खाने से बचना चाहिए...

प्रोसेस्ड मीट 
प्रोसेस्ड मीट  जैसे कि बेकन, हैम, सलामी या बीफ में कई हानिकारक रसायन होते हैं जो ताजे मांस में मौजूद नहीं होते हैं। कई अध्ययनों में प्रोसेस्ड मीट  को कैंसर और हृदय रोग जैसी बीमारियों का कारण माना गया है। इसकी जगह डायबिटीज के मरीज लीन चिकन, टर्की, ट्यूना या उबले अंडे से खा सकते हैं।

फुल फैट डेयरी उत्पाद
फुल फैट यानी की पूर्ण वसा वाले डेयरी उत्पाद शुगर के मरीजों के लिए हानिकारक होते हैं, क्योंकि इसमें शुगर की मात्रा ज्यादा होती है। ये हृदय रोग के जोखिम को बढ़ाता है। साथ ही पूर्ण वसा वाले डेयरी उत्पाद मोटापे का कारण भी होते है।

सफेद कार्बोहाइड्रेट
सफेद ब्रेड, चावल, शक्कर और पास्ता ब्लड शुगर स्पाइक्स और वजन बढ़ाने के साथ-साथ लिपोप्रोटीन कोलेस्ट्रॉल के स्तर (खराब कोलेस्ट्रॉल) में भी वृद्धि कर सकते हैं। ऐसे में हमें सफेद कार्बोहाइड्रेट को डाइट में शामिल नहीं करना चाहिए।

पैक्ड स्नैक्स
पैक्ड स्नैक्स रिफाइंड आटे या मैदे से बनाए जाते है और तेजी से पचने वाले कार्ब्स की उपस्थिति तेजी से ब्लड शुगर लेवल को बढ़ाती है। 

शहद या मेपल सिरप
मधुमेह रोगी सफेद चीनी, कुकीज और कैंडी से तो परहेज करते हैं। लेकिन उसकी जगह शहद, मेपल सिरप, ब्राउन शुगर आदि का उपयोग करते है। जिससे ब्लड शुगर लेवल में स्पाइक्स देखी जाती हैं। 

ड्राई फ्रूट्स 
हम जानते हैं कि सूखे मेवों में बहुत सारे विटामिन, खनिज और पोषक तत्व पाए जाते हैं। लेकिन जब आप फलों को सुखाते हैं, तो पानी की कमी हो जाती है। साथ ही शुगर लेवल भी ज्यादा कंसंट्रेट हो जाता है। किशमिश की ही बात करें तो उनमें अंगूर की तुलना में 4 गुना अधिक कार्ब्स होते हैं। इसलिए, ताजे फलों की तुलना में सूखे मेवों में ज्यादा कार्ब्स होते हैं। ऐसे में मधुमेह रोगियों को सूखे मेवे कम ही खाना चाहिए।

फल
कुछ फलों जैसे अंजीर, अंगूर, आम, चेरी और केले में चीनी की मात्रा अधिक होती है, इसलिए डायबिटीज के मरीजों को इनका सेवन नहीं करना चाहिए। लेकिन आप जामुन, नाशपाती, मौसंबी, आड़ू, सेब और प्लम जैसे फलों का आनंद ले सकते हैं। 

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