
हेल्थ डेस्क. उम्र के 20 साल में हर इंसान अपने हेल्थ को लेकर बेपरवाह होता है, लेकिन 30 के दशक में बदलाव का मौसम शुरू हो जाता है।काम और फैमिली की जिम्मेदारी की वजह से लोग अपने हेल्थ की देखभाल के लिए वक्त नहीं दे पाते हैं। जिसकी वजह से धीरे-धीरे कई तरह की सेहत से जुड़ी समस्याएं सामने आने लगती है। जिसमें मेटाबॉलिज्म का धीमा होना, वजन का बढ़ना, ब्लड प्रेशर, कोलेस्ट्रोल, डायबिटीज , कैंसर जैसी कई समस्याएं सामने आती हैं।
हेल्थ एक्सपर्ट का कहना है कि 30 की उम्र के पार भले ही आप खुद को हेल्दी महसूस करते हों, लेकिन आपको नियमति जांच जरूर करानी चाहिए। डॉक्टर के पास ये विजिट आपको भविष्य में होने वाली हेल्थ इश्यू से बचाएगी। इसलिए अंतराष्ट्रीय कल्याण दिवस 2023 (International Wellness Day 2023) पर कुछ टेस्ट की लिस्ट हम बताने जा रहे हैं जिसे साल में दो बार जरूर कराने चाहिए।
1.ब्लड प्रेशर स्क्रीनिंग
हेल्थ एक्सपर्ट के मुताबिक हर छह महीने में कम से कम एक बार ब्लड प्रेशर की जांच जरूर करानी चाहिए।
-आपका ब्लड प्रेशर नॉर्मल रेंज में नहीं हैं (हाई नंबर 120 से 129 mm Hg है या लो नंबर 70 से 79 mm Hg) है।
-आपके फैमिली में किसी को ब्लड प्रेशर की शिकायत है
-प्रेग्नेंसी के दौरान हाई ब्लड प्रेशर हो आपको
-मोटापा या डायबिटीज अगर है तो ब्लड प्रेशर की स्क्रीनिंग जरूर करानी चाहिए। यह दिल से जुड़ी बीमारी को पैदा कर सकती है।
2.कंप्लीट ब्लड काउंट
कंप्लीट ब्लड काउंट का टेस्ट भी साल में दो बार कराना चाहिए। इसके कराने से एनीमिया, संक्रमण , कुछ प्रकार के कैंसर का भी पता लगाया जा सकता है। यह टेस्ट महिलाओं के लिए बहुत जरूरी होता है। क्योंकि वे आयरन की कमी से पीड़ित होती हैं और उन्हें सप्लीमेंट की जरूत पड़ती है। अगर सीबीसी ठीक है तो साल में एक बार टेस्ट कराना चाहिए। अगर सीबीसी (Complete blood count) में कुछ दिक्कत है दो साल में दो बार टेस्ट कराएं।
3.ब्लड शुगर टेस्ट
ब्लड शुगर टेस्ट 30 के बार वाले लोगों को जरूर कराना चाहिए। 12 घंटे के उपवास के बाद इसे किया जाता है। जिससे डायबिटीज का पता लगाया जा सकात है। अगर रीडिंग < 99 है तो ब्लड शुगर नॉर्मल है। अगर यह 100 से 100 के बीच है तो यह प्री डायबिटीज है और 110 के ऊपर होने पर डायबिटीज के संकेत हैं। प्री डायबिटीज और डायबिटीज के मामलों में अतिरिक्त टेस्ट एचबीए1सी (HbA1C) कराया जाता है जो पिछले तीन महीनों में औसत ब्लड शुगर के लेबल को बताता है। अगर रीडिंग सामान्य हैं तो आपका डॉक्टर साल में एक बार टेस्ट कराने की सिफारिश करता है।
4.महिलाओं के लिए ब्रेस्ट कैंसर की जांच जरूरी
ज्यादातर महिलाओं के लिए ब्रेस्ट कैंसर का हाई जोखिम 30 की उम्र के बाद शुरू होता है। इसलिए उन्हें नियमित रूप से एमआरआई और मैमोग्राम के साथ स्क्रीनिंग शुरू करनी चाहिए। अगर आपको ब्रेस्ट कैंसर का जोखिम है तो ज्यादा टेस्ट कराने के लिए डॉक्टर कहते हैं। अगर आपकी फैमिली में ब्रेस्ट कैंसर का इतिहास है तो महिलाओं को कोताही बिल्कुल नहीं बरतनी चाहिए।
5.टीकाकरण (Immunizations)
30 के बार भी कई तरह के वैक्सीनेशन होते हैं। जिसे जरूर करना चाहिए।
-हर साल फ्लू का इंजेक्शन लगवाएं
-टेटनस-डिप्थीरिया और अकोशिकीय पर्टुसिस (Tdap) टीका
-हर 10 साल में बूस्टर (या टीडीएपी) लें
-वैरिकाला वैक्सीन: अगर आपको कभी चिकनपॉक्स या वैरिकाला वैक्सीन नहीं हुआ है तो दो खुराक लें।
-हेपेटाइटिस बी का टीका: अपनी सटीक परिस्थितियों के आधार पर 2, 3 या 4 खुराक प्राप्त करें।
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