सिर्फ प्रेगनेंसी ही नहीं पीरियड्स लेट होने के हो सकते हैं ये गंभीर कारण

Published : Dec 02, 2022, 03:16 PM IST
सिर्फ प्रेगनेंसी ही नहीं पीरियड्स लेट होने के हो सकते हैं ये गंभीर कारण

सार

एक हेल्दी पीरियड साइकिल 28 दिनों का होता है, यानी कि 28 दिन बाद एक महिला को माहवारी होती है। लेकिन कई केस में यह लेट हो जाता है। इसके पीछे के कारण क्या है आइए हम आपको बताते हैं।

हेल्थ डेस्क : पीरियड्स एक आम समस्या है जो हर महिला को होती है। लेकिन समय से पीरियड ना होना महिलाओं के लिए परेशानी भी बन सकती है। लेट पीरियड्स या समय से पीरियड ना होने का मतलब यह नहीं है कि आप प्रेग्नेंट हैं। कई बार कई गंभीर बीमारियों के चलते भी पीरियड्स डिले हो जाते हैं और कई बार दो एक दो महीने तक नहीं आते हैं। ऐसे में लेट पीरियड होने का कारण क्या है और इससे क्या समस्याएं हो सकती हैं आइए हम आपको बताते हैं... 

अधिक स्ट्रेस लेना 
जी हां, तनाव और स्ट्रेस की वजह से हमारे शरीर पर कई नकारात्मक प्रभाव पड़ते हैं और खासकर महिलाओं के शरीर के हार्मोन इंबैलेंस हो जाते हैं। जिसके चलते रिप्रोडक्टिव सिस्टम डिस्टर्ब होता है और पीरियड्स में डिले हो सकता है।

अत्यधिक गेन या वेट लॉस
जो महिलाएं ज्यादा वेट से परेशान होती है या जो दुबलेपन से परेशान होती है दोनों ही स्थिति में शरीर को नुकसान हो सकता है और मोटापे की वजह से पीरियड्स अनियमित हो सकते हैं। साथ ही अगर आपका शरीर बहुत दुबला है और खून की कमी है, तो भी अनियमित माहवारी की समस्या हो सकती है।

गर्भनिरोधक गोलियों का सेवन करना 
अधिकतर महिलाएं अनचाहे गर्भ से बचने के लिए गर्भनिरोधक गोलियों का इस्तेमाल करती हैं। लेकिन यह गर्भनिरोधक गोलियां शरीर पर विपरीत प्रभाव डालती है और कई बार इससे पीरियड्स भी अनियमित हो जाते हैं।

ब्रेस्टफीडिंग 
अगर आप अभी-अभी मां बनी है और अपने नवजात बच्चे को ब्रेस्टफीडिंग करा रही है, तो भी आप अनियमित पीरियड्स से परेशान रह सकती हैं। यह चिंता का विषय नहीं है। लेकिन ब्रेस्टफीडिंग कराने के बाद भी अगर पीरियड्स रेगुलर ना रहे तो आपको डॉक्टर से परामर्श लेना चाहिए।

थायराइड की समस्या 
रिसर्च में यह बात सामने आई है कि डायबिटीज या थायराइड जैसी बीमारियों से पीरियड्स साइकिल पर असर पड़ता है। दरअसल, थायराइड में थायराइड ग्लैंड के बढ़ जाने की वजह से हार्मोन में बदलाव आता है, जो ओवरी पर प्रभाव डालता है। वहीं, डायबिटीज के मरीजों में ब्लड शुगर लेवल बढ़ने या कम होने से भी अनियमित पीरियड्स की समस्या हो सकती है।

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