पूर्व केंद्रीय मंत्री शरद यादव के निधन के बाद, गुरुग्राम में फोर्टिस मेमोरियल रिसर्च इंस्टीट्यूट ने एक बयान जारी कर कहा कि उन्हें बेहोशी और अनकॉन्शियस स्थिति में अस्पताल लाया गया था।
हेल्थ डेस्क: 13 साल तक जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष रहे और पूर्व केंद्रीय मंत्री रहे शरद यादव (Sharad Yadav) का 12 जनवरी 2023 को निधन हो गया। बताया जा रहा है कि कार्डियक अरेस्ट के चलते उनकी मौत हुई। अब इसे लेकर गुरुग्राम के फोर्टिस मेमोरियल रिसर्च अस्पताल ने बयान जारी किया है कि आखिर शरद यादव को क्या हो गया था और उनकी स्थिति कैसी थी...
मौत से पहले क्या थी शरद यादव की हालत
गुरुग्राम में फोर्टिस मेमोरियल रिसर्च इंस्टीट्यूट शरद यादव की मौत के बाद एक बयान जारी कर कहा कि उन्हें बेहोशी की हालत में ही अस्पताल लाया गया था। उनके शरीर में कोई हलचल नहीं थी, ना ही कोई नाड़ी काम कर रही थी, ना ही ब्लड प्रेशर था। उन्नत कार्डियोवस्कुलर लाइफ सपोर्ट (ACLS) प्रोटोकॉल के अनुसार उन्होंने कार्डियोपल्मोनरी रिससिटेशन (CPR) दिया गया। अस्पताल की ओर से जारी बयान में बताया गया कि कई कोशिशों के बावजूद, उन्हें बचाया नहीं किया जा सका और रात 10.19 बजे मृत घोषित कर दिया गया।
आज होगा यादव का अंतिम संस्कार
बता दें कि पूर्व केंद्रीय मंत्री शरद यादव का गुरुवार को निधन हो गया, उनकी बेटी सुभाषिनी शरद यादव ने एक सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए इसकी जानकारी दी। शरद यादव के दामाद राज कमल राव ने बताया कि उन्हें कार्डियक अरेस्ट के बाद अस्पताल ले जाया गया था। लेकिन वहां पहुंचने के बाद, डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। बता दें कि की उन्हें पहले से ही किडनी की समस्या थी और वह डायलिसिस पर थे। आज 13, जनवरी को उनके पार्थिव शरीर को मध्य प्रदेश में उसके पैतृक गांव ले जाया जाएगा, जहां अंतिम संस्कार किया जाएगा।
दिल का दौरा पड़ने के लक्षण क्या है?
- सीने में दर्द या बेचैनी- अधिकांश दिल के दौरे में छाती के मध्य या बाईं ओर असुविधा होती है जो कुछ मिनटों से अधिक समय तक रहती है।
- बेचैनी असहज दबाव या दर्द
- कमजोरी, चक्कर आना या बेहोशी महसूस होना।
- ठंडा पसीना छूटना
- जबड़े, गर्दन या पीठ में दर्द या बेचैनी।
- एक या दोनों हाथों या कंधों में दर्द या बेचैनी।
- सांस लेने में कठिनाई
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