देश में कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच एक अच्छी खबर आई है। टाटा ग्रुप ने कोरोना से पीड़ित मरीजों का इलाज करने में लगे डॉक्टरों को ताज होटल्स में रहने और वहां से काम करने के लिए कमरे उपलब्ध कराए जाने की घोषणा की है।
हेल्थ डेस्क। देश में कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच एक अच्छी खबर आई है। टाटा ग्रुप ने कोरोना से पीड़ित मरीजों का इलाज करने में लगे डॉक्टरों को ताज होटल्स में रहने और वहां से काम करने के लिए कमरे उपलब्ध कराए जाने की घोषणा की है। बता दें कि देश भर में कोरोनवायरस संक्रमण के मामले बढ़ते ही जा रहे हैं। अब तक कोरोना के 3000 से ज्यादा मामले सामने आ चुके हैं और इससे 86 लोगों की मौत हो चुकी है। इस बीच, टाटा समूह ने कोरोना से संक्रमित मरीजों का इलाज करने में लगे डॉक्टरों की मदद के लिए ताज होटल्स की श्रृंखला खोलने की घोषणा की है। टाटा ग्रुप की इस पहल के तहत डॉक्टरों और मेडिकल स्टाफ को ताजमहल पैलेस और ताज सांताक्रूज सहित मुंबई और देश के दूसरे होटलों में रहने और वहां से काम करने के लिए कमरे दिए जाएंगे।
7 होटलों में दिए जाएंगे कमरे
इंडियन होटल्स कंपनी लिमिटेड (IHCL) ने एक बयान जारी कर कहा है कि कोरोना से संक्रमित मरीजों का इलाज कर रहे डॉक्टरों को देश भर के 7 होटलों में कमरे मुहैया कराए जाएंगे। मुंबई के ताजमहल पैलेस और ताज सांताक्रुज के अलावा ताज लैंड्स एंड में भी यह सुविधा डॉक्टरों को दी जाएंगी। इन होटलों में द प्रेसिंडेट, जिंजर एमआईडीसी अंधेरी, जिंजर मडगांव और जिंजर नोएडा भी शामिल हैं।
डॉक्टरों के लिए जतायी प्रतिबद्धता
इंडियन होटल्स कंपनी लिमिटेड ने कहा कि हम इस संकट के समय में हम उन डॉक्टरों और मेडिकल स्टाफ प्रति अपनी जिम्मेदारी को महसूस करते हुए उनके लिए कमरों की पेशकश कर रहे हैं। ये डॉक्टर कोरोना वायरस से पीड़ित मरीजों के इलाज में दिन-रात लगे हुए हैं। इनकी मदद के लिए होटलों में कमरे उपलब्ध कराए जाएंगे। इंडियन होटल्स कंपनी लिमिटेड के बयान में कहा गया कि इस समय डॉक्टर और मेडिकल स्टाफ कोरोना के संकट से जिस तरह जूझ रहे हैं, उसमें उन्हें हर तरह की मदद देने की जरूरत है।
पूरी दुनिया में छाया संकट
टाटा ग्रुप ने कहा है कि कोरोना वायरस के लगातार फैलते जाने से दुनिया के ज्यादातर देशों में लॉकडाउन घोषित किया जा चुका है। भारत में 14 अप्रैल तक लॉकडाउन घोषित है। इसमें लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। सरकार कोरोना वायरस के फैलने से रोकने के लिए हर संभव कोशिश कर रही है, लेकिन इसके बावजूद देश में कोरोनो वायरस संक्रमण के मामले बढ़ते ही जा रहे हैं।