दिल से जुड़ी बीमारी का है टेलीविजन कनेक्शन! नए रिसर्च में सामने आया चौंकाने वाला खुलासा

अगर आप टेलीविजन एडिक्ट हैं तो आपको सावधान हो जाने की जरूरत है। आप कोरोनरी हृदय रोग (coronary heart disease) के शिकार हो सकते हैं। नई स्टडी में इस बात को लेकर खुलासा हुआ है।

Nitu Kumari | Published : Jun 1, 2022 9:20 AM IST / Updated: Jun 01 2022, 02:57 PM IST

हेल्थ डेस्क. अगर आप हर दिन अपना ज्यादातर वक्त टीवी देखने में बिताते हैं तो आपको कोरोनरी हृदय रोग (coronary heart disease) से पीड़ित होने का अधिक जोखिम हो सकता है। एक नए अध्ययन के अनुसार, कोरोनरी हृदय रोग के करीब 11 प्रतिशत मामलों को रोका जा सकता है यदि लोग टेलीविजन देखने की अवधि को दिन में एक घंटे से कम कर दें। यानी आप जितना टीवी देखते हैं उस समय में से एक घंटे कम टीवी देखें। 

हांगकांग विश्वविद्यालय में सहायक प्रोफेसर और शोध के लेखक डॉ यंगवॉन किम (Dr Youngwon Kim) ने द गार्डियन को बताया कि टीवी देखने में लगने वाले समय को कम करके कोरोनरी हार्ट डिजिज की रोकथाम के लिए एक अहम लक्षण के रूप में पहचाना जाना चाहिए। भले ही यह आनुवंशिक और पारंपरिक संबंध रखता हो।

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स्टडी में किम और उनकी टीम ने इस बात पर फोकस नहीं किया कि कोरोनरी हार्ट डिजिज के पीछे कारण क्या था बल्कि उन्होंने पहले के अध्ययनों में शरीर में ग्लूकोज और कोलेस्ट्रॉल के प्रतिकूल स्तर के साथ अतिरिक्त टेलीविजन देखने की अवधि के बीच संबंध पाया गया था। उन्होंने बताया कि इन कार्डियोमेटाबोलिक जोखिम मार्करों के प्रतिकूल स्तर से कोरोनरी हृदय रोग विकसित होने का खतरा बढ़ सकता है।

373,026 ब्रिटिश लोगों पर किया गया शोध

शोधकर्ताओं ने 40 से 69 वर्ष की आयु के 373,026 ब्रिटिश लोगों के डेटा का उपयोग किया जो यूके बायोबैंक का हिस्सा थे। बायोबैंक में भर्ती होने पर किसी भी प्रतिभागी को कोरोनरी हृदय रोग नहीं था। शोधकर्ताओं ने राष्ट्रीय मृत्यु रजिस्ट्री और अस्पताल में प्रवेश के रिकॉर्ड का अध्ययन किया और प्रतिभागियों में कोरोनरी रोग के 9,185 मामले पाए गए।

जितनी देर टीवी देखा जाता है इस बीमारी की संभावना ज्यादा होती है

अध्ययन ने सुझाव दिया कि जितनी अधिक मात्रा में टेलीविजन  देखा जाता है, कोरोनरी हृदय रोग विकसित होने का जोखिम उतना ही अधिक होता है। टीम ने प्रत्येक प्रतिभागी के लिए कोरोनरी हृदय रोग के सामान्य जोखिम को ध्यान में रखते हुए और उम्र, लिंग, धूम्रपान की आदतें, आहार, बॉडी मास इंडेक्स और शारीरिक गतिविधि जैसे कई अन्य कारकों को शामिल करने के बाद ऐसा सुझाव दिया।

एक घंटे से ज्यादा टीवी देखना सेहत के लिए खराब

अध्ययन में कहा गया है कि जो लोग दिन में एक घंटे या उससे कम समय तक टीवी देखते हैं, उनमें कोरोनरी हृदय रोग विकसित होने का जोखिम चार या अधिक घंटे देखने वालों की तुलना में 16 प्रतिशत कम होता है। और, जो लोग दिन में दो से तीन घंटे टेलीविजन देखते थे, उनमें जोखिम 6 प्रतिशत कम था। इसके साथ ही अध्ययन में कंप्यूटर के उपयोग के बीच इस बीमारी को लेकर कोई संबंध नहीं मिला। मतलब कम टीवी देखने से हम खुद को हार्ट डिजिज से बचा सकते हैं।

क्या है कोरोनरी हृदय रोग

कोरोनरी हृदय रोग  (CHD) आमतौर पर ऐथिरोस्क्लेरोसिस के कारण होती है।  ऐथिरोस्क्लेरोसिस में धमनियों की आंतरिक दीवारों पर कोलेस्ट्रॉल और वसा का जमाव हो जाता है। जिसकी वजह से ब्लड फ्लो बाधित होता है। जिसकी वजह से दिल तक खून का प्रवाह सही तरीके से नहीं होता है। हार्ट को कम मात्रा में ब्लड की सप्लाई होती है। जिसकी वजह से  हृदय को सुचारू रूप से काम करने के लिए आवश्यक पोषक तत्वों और ऑक्सीजन की कमी से जूझना पड़ता है। यह हार्ट अटैक का कारण बन सकता है।

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