World Heart Day: जानें क्या है दिल का दौरा और इसके लक्षण

दिल की बीमारियों का खतरा दिन-ब-दिन बढ़ता ही जा रहा है। पहले जहां अधिक उम्र के लोगों को दिल की बीमारियां होती थीं, अब कम उम्र के लोग भी दिल की बीमारियों के शिकार हो रहे हैं।
 

हेल्थ डेस्क। पूरी दुनिया में दिल से जुड़ी बीमारियों का खतरा बढ़ता ही जा रहा है। पहले के मुकाबले अब ज्यादा लोग हार्ट अटैक के शिकार हो रहे हैं। दिल से जुड़ी बीमारियां पहले अधिक उम्र के लोगों को होती थीं, पर अब युवा भी इन बीमारियों के शिकार हो रहे हैं। इसके पीछे मुख्य वजह खान-पान और बदली जीवनशैली भी है। बढ़ता तनाव भी दिल की बीमारियों की मुख्य़ वजह है। आज ज्यादा लोग हाइपरटेंशन की समस्या से जूझ रहे हैं। ऐसे लोगों को दिल का दौरा पड़ने की संभावना ज्यादा होती है। दिल का दौरा पड़ता तो अचानक है, पर शोध से पता चला है कि इसके लक्षण पहले से सामने आने लगते हैं। दिल का दौरा पड़ने पर सीने में तेज दर्द होता है और फिर दिल काम करना बंद कर देता है। ऐसी स्थिति में अगर तुरंत इलाज की सुविधा नहीं मिले तो मरीज की मौत हो जाती है। लेकिन  दिल का दौरा पड़ने के पहले जो लक्षण उभरते हैं, उन पर शुरू में ही ध्यान दिया जाए तो इससे बचाव संभव है। लंदन के इम्पीरियल कॉलेज के शोधकर्ताओं ने एक सर्वे में यह पाया था कि दिल की बीमारी से होने वाली मौत के हर 6 मामले में से कम से कम एक में शुरुआती लक्षणों पर गौर नहीं किया गया था।    

क्यों पड़ता है दिल का दौरा
दिल का दौरा तब पड़ता है जब वहां तक जाने वाले खून का प्रवाह रुक जाता है। ऐसा दिल की धमनियों में वसा जम जाने के कारण होता है। दिल तक खून पहुंचाने वाली धमिनयां जब ठीक से काम नहीं करती हैं तो उसे पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन नहीं मिलता है। इससे धीरे-धीरे दिल की मांसपेशियां कमजोर होने लगती हैं और दिल ठीक से रक्त की पम्पिंग नहीं कर पाता है। जब दिल तक रक्त पहुंचाने वाली धमनियां पूरी तरह संकुचित हो जाती हैं तो रक्त का प्रवाह अवरुद्ध हो जाता है और इससे दिल का दौरा पड़ता है। जानकारी के मुताबिक, भारत में हर 33 सेंकड में एक व्यक्ति की दिल का दौरा पड़ने से मौत होती है। भारत में हर साल दिल के दौरे के करीब 20 लाख मामले सामने आते हैं।  

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क्या हैं दिल के दौरे के लक्षण
- दिल का दौरा पड़ने के पहले सीने में दबाव महसूस होता है।
- शरीर के कुछ हिस्सों में दर्द महसूस होता है, खास कर जबड़े, गर्दन और पीठ में।
- बैचैनी महसूस होती है या चक्कर आने लगते हैं।
- सांस लेने में तकलीफ होती है और अचानक पूरे शरीर में पसीना आने लगता है।
- सांस तेज चलने लगती है या खांसी आने लगती है। 
- सीने में तेज दर्द होता है। कभी यह दर्द कम भी होता है। 

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