दुमका में एक नाबालिग को पेट्रोल डालकर आग लगा मर्डर करने के मामलें में जांच कर रहे है एसडीपीओ के ऊपर वारदात में आरोपी का पक्ष लेने का आरोप लगा है। इसलिए उनको इंवेस्टीगेशन से हटा दिया गया है। वहीं राज्यपाल ने मामले में खुद संज्ञान ले लिया था।
दुमका (झारखंड). एकतरफा प्यार में पड़ोस के रहने वाले शाहरूख नाम के युवक द्वारा अंकिता सिंह के ऊपर पेट्रोल डाल कर जला कर मर्डर करने के मामले में आरोपी की फांसी की सजा देने कि मांग तेज हो गई है। लोगों ने पुलिस पर भी जांच में कोताही बरतने का आरोप लगाया था। इस केस की जांच कर रहे दुमका के एसडीपीओ नूर मुस्तफा को जांच टीम से हटा दिया गया है। उनपर घटना की जांच करने में पक्षपात का आरोप लगा है। मामले को लेकर पुलिस मुख्यालय गंभीर है। अगर जांच में नूर मुस्तफा पर पक्षपात का आरोप सिद्ध होता है तो मुख्यालय उनपर कार्रवाई भी कर सकता है। इधर, दुमका पुलिस ने अंकिता हत्यकांड के दूसरे गुनाहगार नईम उर्फ छोटू खान को भी गिरफ्तार कर लिया है। दुमका के एसपी अंबर लकड़ा ने इसकी पुष्टि कि है। एसपी ने कहा कि दूसरे आरोपी को भी गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है। अंकिता को परेशान करने में छोटू खान मुख्य आरोपी शाहरुख की मदद करता था। एडीजी मुरारीलाल मीणा घटना की जांच के लिए दुमका पहुंचे। उन्होंने अंकिता के परिजनों से घटना की जानकारी ली।
राज्यपाल ने डीजीपी से बात की, मांगी रिपोर्ट
दुर्गा की बेटी अंकिता सिंह की हत्या को लेकर राज्यपाल रमेश बैस भी गंभीर है। राज्य की विधि व्यवस्था पर कड़ी टिप्पणी करते हुए राज्यपाल ने कहा है कि राज्य की जनता, घर, दुकान, मॉल सड़क कहीं भी सुरक्षित महसूस नहीं कर रही है। इस मामले को लेकर राज्यपाल ने डीजीपी नीरज सिन्हा से दूरभाष पर बात की। डीजीपी को अंकिता की मौत मामले में स्थानीय पुलिस की भूमिका की जांच करने का आदेश दिया। साथ ही घटना की सुनवाई फास्ट ट्रैक कोर्ट में होने की बात कही। राज्यपाल ने कहा कि इस प्रकार की जघन्य वह पीड़ादाई घटना झारखंड के लिए शर्मनाक है। राज्यपाल ने पीड़ित के परिवार को तत्काल दो लाख की राशि अपने विवेकाधीन अनुदान मद से देने की घोषणा भी की। इसके अलावा राज्यपाल ने अंकिता के पिता से भी बात कर उन्हें सांत्वना दिया और आरोपियों पर जल्द कार्रवाई करने का भी आश्वासन दिया।
पीड़ित परिवार से मिले बाबूलाल
पूर्व मुख्यमंत्री बाबू लाल मरांडी ने 29 अगस्त की देर शाम पीड़ित परिवार से मुलाकात की। गिरीडीह प्रशिक्षण शिविर खत्म होने के बाद वे सीधे अंकिता के घर पहुंचे। उनके साथ पूर्व मंत्री लुइस मरांडी भी मौजूद थी। नेताओं ने अंकिता के पिता से बात की। बाबूलाल मरांडी ने कहा कि अंकिता की हत्या राज्य सरकार की तुष्टीकरण की नीति का परिणाम है। अंकिता की हत्या करने वाले आरोपी शाहरुख और उसे बचाने वाले एसडीपीओ नूर मुस्तफा पर सख्त कार्रवाई की जाए। इधर पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास ने भी पीड़ित परिवार से दूरभाष पर बात की और उनका हालचाल जाना।
दुमका में अब भी तैनात है पुलिस
अंकिता के मौत के बाद से ही प्रशासन शांति व्यवस्था बहाल रखने के लिए सड़क पर है। संवेदनशील जगहों पर भारी मात्रा में फोर्स की तैनाती की गई है। इसके अलावा दुमका में धारा 144 भी लागू है। कहीं कोई अप्रिय घटना ना घटे इसको लेकर पुलिस जगह-जगह फ्लैग मार्च कर रही है और लोगों से शांति बनाए रखने की अपील भी कर रही है।
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