झारखंड के गढ़वा जिले में एक दलित नाबालिग से रेप करने का मामला सामने आया है। वारदात समुदाय विशेष के व्यक्ति के द्वारा की गई है। आरोपी ने नाबालिग का किडनैप कर बंधक बनाने के बाद दो दिनों तक दुष्कर्म किया। फिर जान से मारने की धमकी देते हुए मां के पास छोड़कर भाग गए।
गढ़वा: झारखंड में गढ़वा में एक दलित नाबालिग किशोरी के साथ दुष्कर्म का मामला सामने आया है। दो दिनों तक बंधक बनाकर उसके साथ गलत किया गया। आरोप नाबालिग ने समुदाय विशेष के युवक और उसके एक साथी पर लगाया है। पुलिस ने केस दर्ज कर मामले की जांच शुरु कर दी है। आरोपी दूसरे समुदाय का है। नाबालिग ने आरोप लगाया है कि दो दिनों तक उसे एक कमरे में बंद कर रखा गया जहां उसके साथ गलत किया गया। फिर जान मारने की धमकी देकर युवक ने उसे छोड़ दिया। पुलिस पूरे मामले की गहनता से जांच कर रही है। घटना गढ़वा के बरडीहा थाना क्षेत्र के एक गांव की है।
6 सितंबर की शाम किया अगवा
पीड़िता ने पुलिस को बताया है कि आरोपी ने अपने एक साथी के साथ 6 सितंबर को अगवा किया। इसे जबरन बाइक पर बैठा कर दोनों ले जाने लगे। रास्ते में ही दोनों ने उसे कुछ सुंघा दिया जिससे वह बेहोश हो गई। जब उसे होश आया तो उसने खुद को एक कमरे में बंद पाया। फिर युवक ने उसे और उसके परिवार को जान से मारने की धमकी देकर कई बार जबरन उसके साथ गलत किया। विरोध करने पर उसकी पिटाई भी की गई। वह गलत करने का विरोध करती रही लेकिन आरोपी उसके साथ बार-बार गलत करता रहा।
9 सितंबर को मां के पास छोड़ा
पीड़िता ने बताया कि दो दिनों बाद 9 सितंबर को आरोपी ने एक कार से उसके गांव तक पहुंचवाया। उसने बताया कि तुम्हारी मां से बात हो गई है। घटना के बारे में किसी को बताने पर तुम्हारी मां को मार देंगे। मां से फोन पर बात हो गई है। फिर एक लाल रंग के कार पर आरोपी युवक ने उसे गांव तक पहुंचाया। उसकी मां पहले से ही वहां मौजूद थी। कार में मौजूद लोगों के पास पिस्तौल भी थी। फिर वह अपनी मां के साथ नानी के घर चली गई। नानी घर पहुंच घरवालों को इसकी जानकारी दी। फिर परिवार के लोगों के कहने पर सोमवार 19 सितंबर को पीड़िता ने इस संबंध में केस दर्ज कराया।
इस मामले में गढ़वा के बरडीहा थाना के थानेदार का कहना है कि पीड़िता के बयान के आधार पर केस दर्ज कर लिया गया है। मामले की जांच की जा रही है।
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