झारखंड में मानसून सक्रिय हो गया है। रविवार की देर शाम जमशेदपुर में हुई बारिश के कारण जन जीवन अस्त व्यस्त हो गया है। इसके साथ कई दुर्घटनाओं की खबर सामने आई है, जिसके कारण एक मासूम सहित दो लोगों की जान चली गई है।
जमशेदपुर (झारखंड): झारखंड में मानसून सक्रिय है जगह जगह पर रुक-रुक कर बारिश हो रही है। जमशेदपुर में 28 अगस्त की शाम करीब 3 घंटे तक मूसलाधार बारिश हुई। वज्रपात के साथ-साथ हवाएं भी चली। अभी दो दिनों तक राज्य के विभिन्न इलाकों में बारिश होने की संभावना मौसम विभाग ने जताई है। जमशेदपुर में भी बारिश के आसार है। जानकारी हो कि दक्षिण पश्चिमी बिहार एवं पूर्वी उत्तर प्रदेश में बने साइक्लोनिक सरकुलेशन के कारण जमशेदपुर में 28 अगस्त की शाम मूसलाधार बारिश हुई। यहां बारिश ने कहर बरपाया। 7 साल के बच्चे की नाले में डूबने से मौत हो गई। जबकि जमशेदपुर से सटे पटमदा में वज्रपात से दो लोगों की मौत हो गई। जबकि एक दर्जन लोग घायल हो गए।
साइकिल चलाने के दौरान 2 फीट चौड़े नाले में गिरा बच्चा
सीतारामडेरा थाना क्षेत्र के भुईयाडीह कालिंदी बस्ती फुटबॉल मैदान के बारिश में साइकिल चलाने के दौरान 7 साल का बच्चा मनमीत सिंह उर्फ विशाल 2 फीट चौड़े नाले में डूब गया। कुछ लोगों ने बच्चे को बचाने का प्रयास किया। लेकिन पानी का बहाव इतना तेज था कि बच्चा करीब 300 मीटर दूर तक बह कर चला गया। बच्चा करीब 20 मिनट के बाद नाला के बीच में पानी सप्लाई वाले पाइप में फंसा मिला। आनन-फानन में परिजन से एमजीएम अस्पताल ले गए, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। घटना रात करीब 7:00 बजे की है जब शहर में तेज बारिश हो रही थी। बारिश के बाद नाली का पानी कुछ कम हुआ तब बच्चे की लाश मिली। मनकीत की मौत से परिवार के लोग सदमे में हैं। वह नेताजी सुभाष पब्लिक स्कूल में कक्षा एक का छात्र था।
बिजली गिरने से गई दो जानें
इधर, जमशेदपुर से सटे पटमदा थाना क्षेत्र में 28 अगस्त की रात बारिश के साथ हुई वज्रपात में दो युवकों की मौत हो गई। जबकि 1 दर्जन से अधिक लोग घायल हो गए। थाना क्षेत्र के गोबरघुसी गांव में खेत में काम करने के दौरान एक युवक गौतम गोराई (33) वज्रपात की चपेट में आ गया। घटना स्थल पर ही उसकी मौत हो गई। जबकि उसकी पत्नी समेत आधा दर्जन लोग घायल हो गए। घायलों को इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया। जबकि दूसरी घटना कमलपुर में हुई। तालाब में नहाने गए पंचानन मांझी (44) वज्रपात की चपेट में आ गया। उसकी पत्नी बाल-बाल बची। दोनों देर शाम तालाब में नहाने गए थे। तालाब में नहाने के बाद पंचानन माझी एक पेड़ के नीचे खड़ा होकर अपनी पत्नी की आने का इंतजार कर रहा था इसी दौरान बज्रपात हुई और पंचानन माजी इसकी चपेट में आ गया घटनास्थल पर ही उसकी मौत हो गई।
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