जब मां और बेटी को रिक्शे पर बैठाकर SSP बने रिक्शावाला, यह थी इसके पीछे वजह

 भला अच्छी-भली नौकरी और सैलरी के बाद कोई अधिकारी रिक्शा क्यों चलाएगा? आइए जानते हैं कि इस पुलिस अधिकारी को आखिर रिक्शा क्यों चलाना पड़ा।
 

Asianet News Hindi | Published : Jan 27, 2020 12:39 PM IST

धनबाद, झारखंड. यह हैं धनबाद के SSP कौशल किशोर। इनकी यह तस्वीर इन दिनों सोशल मीडिया पर तेज से वायरल हुई है। इसमें वो एक महिला और उसकी बेटी को रिक्शा में बैठाकर उसे खींचते दिखाई दे रहे हैं। इस दौरान महिला मुस्करा रही है। SSP साब भी हंसते हुए रिक्शा खींच रहे हैं। जब यह तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हुई, तो कई लोगों को उत्सुकता हुई कि आखिर ऐसी क्या नौबत आई कि SSP को रिक्शा खींचना पड़ा?

आइए जानते हैं इसकी वजह..
यह तस्वीर हफ्तेभर पुरानी है। रिक्शे को फूलों से सजाया गया है। उसे देखकर पहली नजर में यही लगेगा कि यह किसी सीरियल या फिल्म की शूटिंग का दृश्य होगा, लेकिन ऐसा नहीं है। रिक्शे के चारों ओर कई लोग खड़े हुए हैं। वे मुस्कराते हुए SSP साब को उत्साहित कर रहे हैं। यह फोटो 19 जनवरी को कोयला नगर स्थित नेहरू काम्पलेक्स में लगे सृजन ग्रामीण मेला-2020 में खींचा गया था। इस एक दिवसीस मेले में यह रिक्शा भी प्रदर्शन के लिए रखा गया था। मेले में पाटलिपुत्र मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल की एनेस्थसिस्ट डॉ. आस्था रमण और SSP कौशल किशोर भी पहुंचे थे। इस दौरान डॉ. रमण सजे-धजे खड़े रिक्शे को देखकर खुद को रोक नहीं पाईं। वे अपनी बच्ची को लेकर रिक्शे में बैठ गईं। यह देखकर  SSP का भी उत्साह बढ़ा। वे पहुंचे और रिक्शा खींचने लगे। वैसे, आपको बता दें कि डॉ. रमण और कोई नहीं, SSP की पत्नी हैं। दम्पती मेले के विशेष अतिथि थे। दम्पती ने यह तस्वीर खिंचवाई और उसे सोशल मीडिया पर वायरल किया।

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